MAA

जो खो गया उसकी फिक्र नहींजो मिल गया उसका गुरुर नहींये ज़िन्दगी हैं मेरे दोस्तमहज़ चिंता का कोई खेल नहीं माना लोगो की तरह मैं मशहूर नहींलाखो करने वाले जी हुज़ूर नहींहार जाता हिम्मत बीच राह में अगर कभीमाँ कह देती, बेटा तुझसा मेरा कोई नूर नहीं फिर कैसी चिंता और कहाँ का गुरुरनहीं हैं … Continue reading MAA